एकता हत्याकांड- छह माह में विमल से 60 घंटे बात, फिर भी पुलिस नहीं जागी... मिस्टर कानपुर ने क्यों की हत्या?

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में शेयर कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता हत्याकांड में लगातार खुलासे हो रहे हैं। फिल्म दृश्यम की तर्ज पर हुई एकता की हत्या ने कानपुर में सनसनी मचा दी है। एकता गुप्ता की लाश शहर के वीआईपी इलाके ऑफिसर्स क्

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कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में शेयर कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता हत्याकांड में लगातार खुलासे हो रहे हैं। फिल्म दृश्यम की तर्ज पर हुई एकता की हत्या ने कानपुर में सनसनी मचा दी है। एकता गुप्ता की लाश शहर के वीआईपी इलाके ऑफिसर्स क्लब परिसर से बरामद किए जाने के बाद एक के बाद एक खुलासे सामने आ रहे हैं। अभी इस मामले में खुलासा हुआ है कि 24 जून को हुई हत्या से पहले दोनों के बीच गहरे संबंध थे। पिछले 6 माह के दौरान दोनों में 60 घंटे से अधिक कॉल पर बातचीत हुई थी। पुलिस के पास रिकॉर्ड होने के बावजूद विमल सोनी पर कोई एक्शन नहीं हो पाया। इस बीच विमल सोनी ने एकता की हत्या कर आराम से खुद को छिपा लिया। चार माह बाद 26 अक्टूबर को मामले का खुलासा हुआ तो हर कोई हैरान रह गया है।
एकता गुप्ता के 24 जून को गायब होने के बाद उसके पति राहुल गुप्ता ने पुलिस-प्रशासन के हर अधिकारी की चौखट पर मत्था टेका। सबसे मिन्नतें की। उनसे गुजारिश की कि उसकी पत्नी का पता लगाया जाए, लेकिन पुलिस अपनी थ्योरी पर कॉन्फिडेंट थी। पुलिस का मानना था कि अपनी मनमर्जी से एकता विमल सोनी के साथ गई है। एकता गुप्ता की हत्या ने पुलिस की तमाम थ्योरी को गलत साबित कर दिया है। राहुल गुप्ता ने इस पूरे मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक को चिट्ठी लिखी थी। इसके बाद पुलिस एक्शन मोड में आई। अब जाकर करीब चार माह बाद मामले का खुलासा हुआ है।

पुलिस की पूछताछ में उगला राज

कानपुर पुलिस की पूछताछ में एकता हत्याकांड के आरोपी विमल सोनी ने बड़ा खुलासा किया है। उसने कहा है कि अगर मैं एकता को नहीं मारता तो वह मुझे जीने नहीं देती। वह रोज-रोज मुझसे झगड़ा झगड़ा करती और धमकी देती थी। मुझे लग रहा था कि एकता मेरी शादी नहीं होने देगी। वह खुद भी मुझसे शादी नहीं करना चाहती थी। मेरे पास उन्हें मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं बना था। इसलिए, प्लान बनाकर एकता को बुलाया और मार डाला।

पुलिस ने जिम ट्रेनर का पूरा बयान लिखित में लिया है और रिकॉर्ड भी किया है। पुलिस की पूछताछ में विमल ने बताया कि जिम में बात करते-करते हम दोनों के बीच अफेयर हो गया था। हम दोनों अक्सर ग्रीन पार्क की पार्किंग में गाड़ी में बैठकर बात करते थे। विमल ने बताया कि घटना के कुछ दिन पहले मेरी शादी एक लड़की से तय हो गई थी। रोका भी हो गया था।

विमल ने कहा कि एकता काफी जलती थी। जब भी जिम में मैं किसी अन्य महिला को ठीक से एक्सरसाइज कर देता था तो एकता जलन में मुझसे लड़ने लगती थी। हमारी उनसे इस मुद्दे पर कई बार बहस हुई थी। मेरी शादी तय होने की वजह से एकता काफी नाराज थी। अक्सर लड़ती थी। धमकी देती थी कि अगर तुमने मेरे अलावा कहीं और शादी की तो अच्छा नहीं होगा।

एकता को ऐसे मार डाला

विमल ने एकता को मारने की पूरी कहानी बताई। उसने कहा कि मैं एकता को हर दिन एनर्जी ड्रिंक पिलाता था, जिससे थकान कम होती थी। पुलिस की पूछताछ में जिम ट्रेनर ने बताया कि मारने से पहले एकता को थकान कम करने वाले एनर्जी ड्रिंक में नशीली गोलियां मिलाकर पिलाया दिया था। इससे एकता का सर घूमने लगा। इसके बाद एकता को गाड़ी में जाकर बैठने के लिए कहा।

विमल भी पीछे से आ गया। गाड़ी के शीशे पर काली फिल्म लगी होने की वजह से कोई उसे देख नहीं सका। हल्के में नशे में होने के बाद एकता बहस करने लगी। इस पर विमल ने उसकी नाक पर मुक्का मार दिया। इससे वह बेसुध होकर गिर गई। फिर मारने के बाद शव को ठिकाने लगा दिया। साफ है कि विमल ने एकता को ग्रीन पार्क जिम में ही मार डाला था।

45 मिनट में दफनाया शव

शातिर जिम ट्रेनर ने ऑफिसर्स क्लब में महज 45 मिनट में शव को दफनाया और फिर निकल गया। 24 जून को सरसैया घाट के सीसीटीवी कैमरे में 8:00 बजे वह कैद हुआ। इसके बाद वह 8:45 बजे झाड़ी बाबा पड़ाव के सीसीटीवी में कैद हुआ। पुलिस के मुताबिक, इसी बीच जिम ट्रेनर आराम से ऑफिसर्स क्लब गया। वहां शव को दफनाकर निकल गया।

विमल पौने दो बजे एक बार फिर ऑफिसर्स क्लब पहुंच। किसी को शक न हो इसलिए और मिटटी भरी और फिर निकल गया। एकता के शव को ठिकाने लगाने के लिए विमल सबसे पहले गंगा बैराज गया था, लेकिन वहां भीड़ बाहर होने के कारण वापस लौट गया।

चुना गया था मिस्टर कानपुर

शातिर विमल सोनी 2010 में बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में शामिल हुआ था। वह मिस्टर कानपुर चुना गया था। इसके बाद भी उसकी जिंदगी नहीं बदली। वह एक रेस्टोरेंट में वेटर का काम कर रहा था। इसकी जानकारी मीडिया के जरिए पूर्व डीएम को हुई तो उन्होंने डीएम विमल को डीएम बंगले में बुला लिया। वहां उसे ऑफिसर्स क्लब की देखरेख में लगाया गया। 2019-20 में उसकी तैनाती आउटसोर्सिंग के जरिए ग्रीन पार्क में जिम ट्रेनर के तौर पर करवाई गई।

विमल जिम ट्रेनर के साथ ही शाम को ऑफिसर्स क्लब के अफसरों को भी सेहत के टिप्स देता था। इसलिए क्लब की एक चाबी विमल के पास रहती थी। 2010 से आने-जाने की वजह से वह डीएम आवास और क्लब में आसानी से आता-जाता था। कई पूर्व अवसरों से संबंध हुआ होने की वजह से विमल अक्सर लोगों को पर रौब भी गांठता रहता था।

विमल की गलत हरकतों, मनमर्जी और आलाधिकारियों से अभद्रता के कारण विमल को कोरोना के बाद ग्रीन पार्क से हटा दिया गया। इसके बाद एक पूर्व अफसर की सिफारिश पर उसे दोबारा रखा गया। कई बार उसने ग्रीन पार्क के अफसर की शिकायत जिले के आलाधिकारियों से की थी।

पुलिस ने तेज की कार्रवाई

एकता गुप्ता मर्डर केस का खुलासा होने के बाद कानपुर पुलिस ने एक्शन तेज किया है। आरोपी विमल सोनी के खिलाफ कड़े एक्शन की तैयारी है। इस पूरे मामले में कानपुर कमिश्नरेट के एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने कहा कि मामले की चार्जशीट जल्दी से जल्दी लगाई जाएगी। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के लिए अनुमति ली जाएगी, ताकि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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